RAM क्या है- RAM kya hai: Random Access Memory (RAM) एक प्रकार की कंप्यूटर मेमोरी होती है जो कि कंप्यूटर में टेम्पररी मेमोरी की तरह काम करती है।
आज के समय में कंप्यूटर ने हमारे जीवन को काफी आसान बना दिया है। लेकिन क्या आप जानते है कि कंप्यूटर हमें इस्तेमाल करने में इसलिए सक्षम होता है क्योंकि उसमें अलग-अलग तरह के हार्डवेयर लगे होते है। जैसे कि प्रोसेसर, हार्ड ड्राइव, मदरबोर्डऔर रैम। इनमें से RAM यानि रैंडम एक्सेस मेमोरी की एक महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
RAM क्या है?
RAM एक प्रकार की कंप्यूटर मेमोरी है जो वर्तमान में उपयोग किए जा रहे डेटा और मशीन कोड को स्टोर करती है। यह मेमोरी अस्थायी होती है और कंप्यूटर के बंद होने पर नष्ट हो जाती है। RAM कंप्यूटर का एक महत्वपूर्ण पार्ट है क्योंकि यह कंप्यूटर को एक साथ कई एप्लिकेशन और प्रोग्राम चलाने में सक्षम बनाता है। रैम के बिना कंप्यूटर नहीं चल सकता है।
जब हम कंप्यूटर को चालू करते हैं तो सभी प्रोग्राम और सिस्टम फाइलें RAM में लोड होती हैं। रैम एक स्टोरेज डिवाइस नहीं होता है जिसमें आप अपने फ़ाइलों को स्टोर कर सकते हैं बल्कि यह एक टेम्पोररी स्टोरेज होता है जो कंप्यूटर में चल रहे प्रोग्रामों को स्टोर करता है जिससे वे अधिक तेजी से चल सकें। यह कंप्यूटर की स्पीड को बढ़ाता है।

RAM कैसे काम करता है?
RAM रैंडम एक्सेस के सिद्धांत पर काम करता है। इसका मतलब यह है कि मेमोरी में किसी भी स्थान को पिछले सभी स्थानों से गुजरे बिना किसी भी क्रम में एक्सेस किया जा सकता है।
कंप्यूटर के स्टार्ट होने में रैम (Random Access Memory) बूट प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। बूट प्रक्रिया कंप्यूटर के पावर बटन दबाने से कंप्यूटर के पूरी तरह तक स्टार्ट होने के बीच की प्रक्रिया को कहते है।
Power On: जब आप अपना कंप्यूटर चालू करते हैं, तो बिजली की आपूर्ति मदरबोर्ड को प्रारंभिक शक्ति प्रदान करती है।
BIOS: पावर ऑन होने के बाद कंप्यूटर का बेसिक इनपुट/आउटपुट सिस्टम (BIOS) प्रारंभ होता है। सभी हार्डवेयर ठीक से काम कर रहे यह सुनिश्चित करने के लिए सभी हार्डवेयर डिवाइस में पावर टेस्ट BIOS करता है।
RAM: BIOS टेस्ट होने के बाद BIOS तब RAM को प्रारंभ करता है और यह सुनिश्चित करता है कि रैम ठीक से काम कर रहे है।
Operating System Load: एक बार RAM स्टार्ट हो जाने के बाद, BIOS ऑपरेटिंग सिस्टम को कंप्यूटर के स्टोरेज डिवाइस जैसे हार्ड HDD या SSD से RAM में लोड करता है।
Application Load: ऑपरेटिंग सिस्टम लोड होने के बाद, बहुत सारे एप्लिकेशन या सॉफ़्टवेयर RAM में लोड होते है यही कारण है कि आपके कंप्यूटर में पर्याप्त रैम होना जरुरी है, क्योंकि यह आपके सिस्टम की स्पीड और प्रदर्शन को प्रभावित करता है।
Data Store: जब कंप्यूटर पूरी तरह से स्टार्ट हो जाता है तब वर्तमान में ऑपरेटिंग सिस्टम या एप्लिकेशन द्वारा उपयोग की जा रही फाइल RAM में स्टोर होती है, जिससे कंप्यूटर डेटा को जल्दी से एक्सेस करने की अनुमति देता है।
RAM के प्रकार– Types of Random Access Memory
जैसे की हमें पता है RAM एक प्रकार की कंप्यूटर मेमोरी है जो अस्थायी रूप से उस डेटा को संग्रहीत करती है जिसका कंप्यूटर सक्रिय रूप से उपयोग कर रहा है। रैम कई प्रकार होते है।
SDRAM
इसका पूरा नाम Synchronous Dynamic Random Access Memory है। एसडीआरएएम आजकल के कंप्यूटरों में सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाली रैम है। यह एक घड़ी की गति से संचालित होता है जो कंप्यूटर के सिस्टम बस के साथ सिंक्रनाइज़ होता है, जिससे यह डेटा को अधिक तेज़ी से स्थानांतरित करने की अनुमति देता है।
बाजार में अलग-अलग प्रकार के SDRAM उपलब्ध है, जैसे PC100, PC133, DDR, DDR2, DDR3 और DDR4।
DDR
DDR RAM का उपयोग आमतौर पर पर्सनल कंप्यूटर, लैपटॉप और अन्य कंप्यूटिंग उपकरणों में किया जाता है यह इसके स्पीड दर और कम बिजली की खपत के कारण किया जाता है। डीडीआर रैम अलग-अलग कॉन्फ़िगरेशन में भी उपलब्ध है, जैसे सिंगल-चैनल, डुअल-चैनल।
DDR को Double Data Rate कहते है। यह एक प्रकार की कंप्यूटर मेमोरी है जो SDRAM का एक अपग्रेड वर्जन है। यह एसडीआरएएम की तुलना में प्रति घड़ी चक्र में दो बार डेटा स्थानांतरित कर सकता है, जबकि SDRAM प्रति घड़ी चक्र में केवल एक बार डेटा ट्रांसफर करता है।
DDR RAM डेटा ट्रांसफर करने के लिए क्लॉक सिग्नल के बढ़ते और गिरते दोनों side का उपयोग करता है। DDR को पहली बार 2000 में DDR SDRAM के रूप में पेश किया गया था, और इसका पहला वर्जन DDR-200 के रूप में जाना जाता है क्योंकि यह 100 MHz की घड़ी की गति से संचालित होता है तब से, DDR के कई वर्जन आये, जिनमें DDR2, DDR3 और DDR4 शामिल हैं। सब की एक दूसरे से स्पीड और परफॉरमेंस अलग-अलग है।
DDR2 में 800 MHz तक, DDR3 में 1600 MHz तक और DDR4 में 3200 MHz तक की गति होती है।
SRAM
SRAM को static random access memory कहते है। यह एक प्रकार की RAM है जो डेटा को स्टोर करने के लिए flip-flops का उपयोग करती है। यह DRAM से तेज है और इसे बार-बार रिफ्रेश करने की जरूरत नहीं है। लेकिन, यह अधिक महंगा है और आमतौर पर caches और registers जैसे विशेष प्रयोगों में उपयोग किया जाता है।
DRAM
DRAM को dynamic random access memory कहते है। यह एक प्रकार की रैम है जो डेटा को कैपेसिटर में स्टोर करती है, जिसे डेटा को खोने से बचाने के लिए प्रति सेकंड हजारों बार रिफ्रेश करना पड़ता है। यह SRAM की तुलना में धीमा है लेकिन बहुत अच्छा है और आमतौर पर पर्सनल कंप्यूटरों में इसका उपयोग किया जाता है।
कंप्यूटर RAM से क्या-क्या फायदे होते है?
जैसे आपको बताया गया है कि कंप्यूटर बिना RAM के स्टार्ट नहीं हो सकता। RAM के कुछ महत्वपूर्ण कार्य और लाभ है।
Fast Data Access- RAM, HDD या SSD जैसे स्टोरेज डिवाइस की तुलना में डेटा तक तेज़ी से पहुँच जाता है। यह बहुत फ़ास्ट कार्य करता है जिसके परिणामस्वरूप कंप्यूटर को तेजी से डेटा ट्रांसफर और बेहतर परफॉरमेंस मिलता है।
Multitasking- अगर कंप्यूटर में रैम अधिक होती है तब कंप्यूटर एक साथ कई कार्य कर सकता है। इसका मतलब यह है कि कंप्यूटर बिना धीमा हुए कई प्रोग्राम को चला सकता है। यह एक साथ और एक ही समय में कई प्रोग्राम और फाइल को चला सकता है।
More efficient- एक कंप्यूटर में जितनी अधिक रैम होती है, उतनी ही अच्छी परफॉरमेंस से वह विभिन्न कार्यों को एक साथ कर सकता है। इससे CPU या प्रोसेसर पर लोड कम होता है, जिससे परफॉर्मेंस बहुत बेहतर होती है।
RAM और ROM में क्या अंतर है?
RAM और ROM में कुछ अंतर निम्नलिखित है।

RAM (Random Access Memory) | ROM (Read-Only Memory) |
यह वोलेटाइल मेमोरी होती है , पावर ऑफ होने पर डेटा नष्ट हो जाता है। | यह नॉन-वोलेटाइल मेमोरी है, पावर ऑफ होने पर भी डेटा बरकरार रहता है। |
कंप्यूटर द्वारा लाइव उस समय में उपयोग होने वाले डेटा को स्टोर करता है जैसे कोई सॉफ्टवेयर की cache फाइल आदि। | यह कंप्यूटर शुरू होने के लिए आवश्यक स्थायी निर्देश और डेटा को स्टोर करता है। |
यह कंप्यूटर के CPU या प्रोसेसर द्वारा पढ़ा और लिखा जा सकता है। | यह कंप्यूटर के प्रोसेसर द्वारा सिर्फ पढ़ा जा सकता है। |
ROM से अधिक आमतौर पर RAM तेज होती है। | यह RAM से धीमी होती है। |
रैम को अतिरिक्त मॉड्यूल से जोड़कर अपग्रेड किया जा सकता है। | इसे अपग्रेड नहीं किया जा सकता है। |
जैसे SDRAM, DDR1,2,3,4 और DRAM आदि RAM हैं। | जैसे EEPROM, EPROM, PROMऔर फ्लैश मेमोरी आदि ROM हैं। |
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